तेजी से विस्तार हो रहा है डेयरी उद्योग का छत्तीसगढ़ में

दिनेश दुबे 9425523689
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*तेजी से विस्तार हो रहा है डेयरी उद्योग का छत्तीसगढ़ में।
बेमेतरा=किसानों के लिये समर्पित छत्तीसगढ़ सरकार जहाँ एक ओर न्याय योजना, गोधन योजना और गोठान योजना सहित कई योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ के किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में जुटी है वहीं दूसरी ओर दुग्ध व्यवसाय को बढ़ावा देकर किसानों को वैकल्पिक रोज़गार उपलब्ध कराना भी एक महत्वपूर्ण योजना है।दुग्ध व्यवसाय को बढ़ाने के सरकार के प्रयासों का असर अब प्रदेश में दिखाई देने लगा है।दो दशक पूर्व जहाँ दुग्ध आपूर्ति के लिए राज्य को मध्यप्रदेश ओडिसा और महाराष्ट्र सहित पडोसी राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था वहीं *आज छत्तीसगढ़ राज्य के दुग्ध उत्पादन में इतनी बढ़ोत्तरी हुई है कि राज्य की ख़पत की आपूर्ति पूरी करने के बाद अब प्रदेश दूसरे राज्यों को भी दुग्ध प्रदान करने में सक्षम हो गया है।ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादन बढ़ने के साथ ही राज्य में दुग्ध प्रसंस्करण के लिये कई डेयरी सयंत्र स्थापित हुए हैं जो मिल्क पाउडर,बटर,चीज़,घी,सहित टेट्रापेक दूध,लस्सी इत्यादि दुग्ध पदार्थों के उत्पादन में संलग्न हैं।इन दूग्ध सयंत्रों में कार्य करने हेतु प्रशिक्षित तकनीकी कर्मचारियों के लिए अभी इन सयंत्रों को काफी हद तक दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है।प्रशिक्षित तकनीकी कर्मचारियों का प्रदेश में ही प्रशिक्षण हेतु शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ही डेयरी पोली टेक्निक महाविद्यालय प्रारम्भ किये गए हैं जहाँ डेयरी टेक्नोलॉजी विषय में द्विवर्षीय डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों को डेयरी टेक्नोलॉजी में तकनीकी रूप से प्रशिक्षण प्रदान कर देश और प्रदेश के दुग्ध सयंत्रों में उच्च कौशल के डेयरी टेक्नोलॉजिस्ट तैयार किये जा रहे हैं।
*इस तरह के दो डेयरी पॉलीटेक्निक प्रदेश के बेमेतरा और तखतपुर में स्थापित किये गये हैं जो दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं।राज्य के ज़िला और  छोटे शहरों में संचालित इन डेयरी पॉलीटेक्निक महाविद्यालय से जहाँ एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं का डेयरी टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोज़गार उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है वहीं प्रदेश में तेज़ी से विकसित हो रहे डेयरी उद्योग के लिए उच्च कौशल युक्त युवाओं को तैयार किया जा रहा है।
*बातचीत के दौरान डेयरी पॉलीटेक्निक बेमेतरा के प्राचार्य किरन शर्मा द्वारा बताया गया कि पॉलीटेक्निक में प्रवेश हेतु न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता गणित विषय के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।इच्छुक विद्यार्थियों का चयन पी ई टी परीक्षा के माध्यम से किया जाता है एवं द्विवर्षीय पाठ्यक्रम में डेयरी टेक्नोलॉजी, डेयरी केमिस्ट्री, डेयरी माइक्रोबायोलॉजी,डेरी

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